जानकारी के मुताबिक हैदराबाद के एक अस्पताल एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ नेफ्रोलॉजी एंड यूरोलॉजी (AINU) में गुर्दे की पथरी और गंभीर रूप से ख़राब गुर्दे के साथ एक 60 वर्षीय व्यक्ति का इलाज करना काफी चुनौती भरा था। ऐसे में मरीज की उम्र और स्थिति देख डॉ. के पूर्ण चंद्र रेड्डी, डॉ. गोपाल आर. टाक और डॉ. दिनेश एम के नेतृत्व वाली टीम ने बेहद ही कम तकलीफ वाली पर्क्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी (पीसीएनएल) का उपयोग कर मरीज के शरीर से 418 पथरी बाहर निकल ली। पीसीएनएल में छोटे चीरे लगा एक छोटा कैमरा और लेजर जांच सहित विशेष उपकरण किडनी में डाले जाते हैं। जिससे कम तकलीफ में पथरी को ज्यादा सटीकता से बाहर निकला जाता है। इससे शरीर में घाव भी कम होता है और मरीज ठीक भी जल्दी होता है। आमतौर पर पथरी निकालने के लिए बड़ा ऑपरेशन करना पड़ता था, जिसमें मरीज को ज्यादा तकलीफ होती थी और ठीक होने में भी वक्त लगता था। हैदराबाद के अस्पताल एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ नेफ्रोलॉजी एंड यूरोलॉजी (AINU) ने इस तरह का ऑपरेशन कर मरीजों को जल्दी ठीक होने की एक नई राह खोल दी है। अब देखना है कि भविष्य में यह तकनीक हैदराबाद से और कहाँ – कहाँ उपलब्ध हो पायेगी।
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