त्योंथर 70। त्योंथर विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र सिंह का सघन जनसंपर्क अभियान जारी है। त्योंथर क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी की ओर से पहली बार किसी सवर्ण व्यक्ति को प्रत्याशी बनाए जाने से जहां एक और दलित मजदूर वर्ग के लोग उत्साहित हैं वहीं पहली बार स्वर्ण समाज के लोगों का भी रुझान तेजी से बहुजन समाज की ओर बढ़ता जा रहा है। ज्ञातव हो कि देवेंद्र सिंह त्योंथर के मूल निवासी होने के साथी सामाजिक क्षेत्र में विगत कई वर्षों से कार्य कर रहे हैं ।उन्होंने क्षेत्र के युवा वर्ग के लिए व्यापक स्तर पर खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन करके प्रतिभा निखारने का कार्य कियाऔर वृहद स्तर पर तीन दिवसी खेलकूद का आयोजन करके समूचे क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का काम किया था ।इसके पूर्व देवेंद्र सिंह ने उद्योग के माध्यम से युवकों को जोड़ने के लिए एक संगोष्ठी भी कराई थी।इस अंचल के लोगों को निजी खर्चे से तीर्थ यात्रा कराकर जहां एक और समाज के बुजुर्ग लोगों का आशीर्वाद पर प्राप्त करने का काम किया वहीं बिरसा मुंडा मंच माध्यम से जनजातियों के बीच में कार्य करके उनके स्वाभिमान के प्रतीक कोलगढ़ी के विकास के लिए काम किया। विगत 7 वर्षों से हुए लगातार रक्षाबंधन की अवसर पर 21हजार वाहनों से राखी बंधवा कर उनसे यह संकल्प लेते रहे कि वह अपने बच्चों को पढ़ाएंगे,घर परिवार को नशा से मुक्त रखेंगे तथा स्वच्छता पर ध्यान देंगे। उनका यह सब अभियान देवेंद्र सिंह दलित एवं कमजोर वर्ग के परिवार में पकड़ बनाने के लिए वरदान सिद्ध हुआ है और लोगों का रुझान देवेंद्र सिंह के व्यक्तिगत प्रभाव को बढ़ा रहा है।
त्योंथर क्षेत्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के रामाशंकर सिंह भारतीय जनता पार्टी के सिद्धार्थ तिवारी एवं बहुजन समाज पार्टी की ओर से देवेंद्र सिंह के बीच त्रिकोणी संघर्ष की स्थिति बन गई है। परन्तु कांग्रेस के अधिकांश ब्राह्मण कार्यकर्ता एवं नेता सिद्धार्थ तिवारी के भाजपा में प्रवेश लेते ही मानसिक रूप से कांग्रेस से नाता तोड़कर जातीय समीकरण के चलते भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्य करते दिख रहे हैं। ऐसी स्थिति में मुख्य संघर्ष बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में ही दिख रहा है। एक प्रकार से देखा जाए तो कांग्रेस से टिकट न मिलने के कारण जहां सिद्धार्थ तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है तो भारतीय जनता पार्टी से टिकट न मिलने के कारण भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़कर देवेंद्र सिंह बहुजन समाज पार्टी का दामन पकड़ लिया है। ऐसी स्थिति में दोनों दल बदलने वाले नेताओं के बीच सीधे संघर्ष की संभावना भी बन रही है रमाशंकर सिंह तीसरी बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं सिद्धार्थ तिवारी के भारतीय जनता पार्टी में आ जान से भाजपा के पूर्व से स्थापित यहां के नेता मानसिक रूप से अपने को सहज नहीं बना पा रहे हैं और वे किसी बाहर के व्यक्ति को इस क्षेत्र का प्रत्याशी बनाए जाने पर प्रसन्न नहीं दिख रहे हैं। तिवारी लाल ने तो अपने कार्यकर्ताओं की बड़ी सभा करके लगभग निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन ही बना लिया था लेकिन भाजपा के बड़े नेता राजेंद्र शुक्ल के मनाने पर उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन देने का वादा कर लिया है किंतु कार्यकर्ताओं की खुन्नस अभी भी बनी हुई है। त्योंथर क्षेत्र के ही किसी व्यक्ति को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट नहीं दिया है ऐसी स्थिति में जहां स्थानीय होने के नाते देवेंद्र सिंह के पक्ष में स्थिति मजबूत होती जा रही है वहीं भारतीय जनता पार्टी में भितराघात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। (रामलखन गुप्त, चाकघाट)