रीवा, मप्र। रीवा जिले में लगातार 6 दिनों से स्नेह यात्रा जारी है। शासन के विभिन्न विभागों तथा जन अभियान परिषद के संयुक्त प्रयासों से यात्रा निरंतर आगे बढ़ रही है। जिले में 21 अगस्त को स्नेह यात्रा ने जवा विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण किया। यात्रा प्रात: जवा से शुरू होकर ग्राम ऊंचाडीह पहुंची। यात्रा का नेतृत्व चिन्मय मिशन के स्वामी केशवानंद जी सरस्वती कर रहे हैं। इटौरी तथा बाबा की बरौली गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने आरती उतार कर संतो का स्वागत किया। स्नेह यात्रा ग्राम गढ़ी होते हुए तुर्का गोदर पहुंची। तुर्का गोदर में जनसंवाद करते हुए स्वामी केशवानंद सरस्वती ने कहा कि जगत कल्याण के केन्द्र में स्नेह की भावना है। हम सबको समाज में स्नेह और प्रेम की भावना विकसित करनी होगी। हर व्यक्ति में ईश्वर का अंश विद्यमान है। समाज में कोई भी व्यक्ति छोटा अथवा बड़ा नहीं होता है। सबके प्रति समरसता और सहिष्णुता का भाव रखना चाहिए। हम सबको अपने मन की शक्ति को समाज और देश के विकास में लगाना होगा। सहयोग और सद्भाव से ही समरसता बढ़ेगी।
ग्राम तुर्का गोदर में स्नेह यात्रा के दौरान समरसता भोज का आयोजन किया गया। स्वामी केशवानंद जी ने स्वयं सभी को भोजन परोसा। भोज में सभी वर्गों के लोग और समुदायों के लोग शामिल हुए। इसके बाद स्नेह यात्रा ग्राम लखवार, मनिका, चन्द्रपुर, पनासी होते हुए चाकघाट पहुंची। ग्राम लखवार में महिलाओं ने मंगल कलशों तथा पुष्पवर्षा से संतो का स्वागत किया। संत श्री ने स्थान-स्थान पर घर-घर जाकर प्रसाद का वितरण किया। यात्रा के दौरान भजन और मंगल गीत गूंजते रहे। स्नेह यात्रा ने चाकघाट में रात्रि विश्राम किया। स्नेह यात्रा 22 अगस्त को गंगेव विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों में भ्रमण करेंगी। स्नेह यात्रा में संतजनों के साथ-साथ जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक प्रवीण पाठक, सरिमन साकेत, सुधा पाण्डेय, सतेन्द्र सिंह, ज्योति सिंह, रजनीकांत द्विवेदी, पवन सिंह तथा जन अभियान परिषद के कार्यकर्ता शामिल रहे।